इस महाविद्यालय की स्थापना झरिया निवासी स्व0 अर्जुन प्रसाद अग्रवाल के द्वारा पुत्री स्वo शारदा देवी झुनझुनवाला
के नाम पर सन् 15/05/1971 ई० को की गई है। इसका उद्देश्य प्रत्येक धर्म की महिलाओं को उच्च शिक्षा प्रदान कर राष्ट्रीय मुख्यधारा में जोड़ना था।
सन् 1980 में महाविद्यालय का जीर्णोद्वार हुआ प्रथम सचिव स्वo बजरंगलाल महीखासिया एवं प्रथम प्रार्चाया
स्वo डा o सुरेंद्र प्र० सिन्हा के अथक प्रयास से महाविद्यालय ने अपने पंख फैलाए और भागलपुर शहर में सुन्दरवती महिला महाविद्यालय के बाद द्वितीय महिला महाविद्यालय के रूप में खड़ा हो गया।
सन् 1980 में इस महाविद्यालय को भागलपुर विश्वविद्यालय से संबंधन की अनुशंसा प्राप्त हुई।
1985 में स्नातक की पढ़ाई के लिए संबंधन प्राप्त हुआ सन् 2004 में कला एवं वाणिज्य संकाय में पास एवं प्रतिष्ठा स्तर पर स्थायी संबंधन प्राप्त हुआ। सन् 2010 में विज्ञान में पास एवं प्रतिष्ठा स्तर पर संबंधन प्राप्त हुआ।
प्राप्त हुआ।
यहाँ इन्टर एवं डिग्री स्तर पर कला, वाणिज्य एवं विज्ञान की पढ़ाई होती है। महाविद्यालय में छात्राओं के सर्वांगीण
विकास के लिए समय समय पर सेमिनार वाद विवाद प्रतियोगिता एवं अतिथि शिक्षकों द्वारा व्याख्यान का आयोजन होता रहता है।